जान नहीं बची थी उन काँटों में, इसलिए मुझमें उदासी छा गई। अब किस काम की सुंदरता मेरी, यही सोच कर म... जान नहीं बची थी उन काँटों में, इसलिए मुझमें उदासी छा गई। अब किस काम की सुंदरता...
ना तुम मिले न तुम्हारा इशक नसीब हुआ किस्सा यूँ प्यार का हमारे दफ़न हुआ ! ना तुम मिले न तुम्हारा इशक नसीब हुआ किस्सा यूँ प्यार का हमारे दफ़न हुआ !
टूटे दिल के टुकड़ों को फिर से संजोया जा रहा है लगता है कोई मरहम सा मिल गया है। टूटे दिल के टुकड़ों को फिर से संजोया जा रहा है लगता है कोई मरहम सा मिल गया है...
फूलों से घर को सजा कर रखती हूं। फूलों से घर को सजा कर रखती हूं।
बसंत के आगमन से सकल प्रकृति आज मदमस्त है, गूंजे चहूं दिशा में पंछियों का मधुर शोर है बसंत के आगमन से सकल प्रकृति आज मदमस्त है, गूंजे चहूं दिशा में पंछियों क...
मैं स्त्री जो ठहरी, मुझे किसी बात का बुरा नहीं लगता। मैं स्त्री जो ठहरी, मुझे किसी बात का बुरा नहीं लगता।